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कंप्यूटर के प्रकार – Types of Computer in Hindi?
इस पोस्ट में आप जानेगें Computer कितने प्रकार के होते है? भले ही आप कंप्यूटर शब्द का प्रयोग घर व ऑफिस में रखे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के लिये करते हो, लेकिन आमतौर पर ये कई प्रकार के होते है। इनका वर्गीकरण विभिन्न आधारों पर किया जाता है। आगे हम आपको कंप्यूटर के प्रकार (Types of Computer in Hindi) और उनकी विशेषताओं के बारे में विस्तार से बताएंगे।
इस पोस्ट में आप निम्नलिखित टॉपिक के बारे में पढ़ेंगे:-
- कंप्यूटर कितने प्रकार के होते है
- उद्देश्य के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार
- कार्यपद्धति के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार
- आकार और कार्यक्षमता के आधार पर
- संक्षेप में
कंप्यूटर कितने प्रकार के होते है? (Types of Computer in Hindi)
समान्यतः Computers का वर्गीकरण उनके आकार (Size), उद्देश्य (Purpose), कार्यक्षमता (Capability), कार्यप्रणाली (Mechanism) और प्रोसेसिंग पावर के आधार पर किया जाता है। इस पोस्ट में हमने Computer को मूल रूप से तीन श्रेणियों में विभाजित किया है:
- उद्देश्य के आधार पर (Based on Purpose)
- कार्यपद्धति के आधार पर (Based on Functionality)
- आकार और कार्यक्षमता के आधार पर (Based on Size & Capability)
1) उद्देश्य के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार (Based on Purpose)
उद्देश्य के आधार पर Computer को दो भागो में वर्गीकृत किया जाता है।
Sr. No. | प्रकार | परिभाषा |
---|---|---|
1 | समान्य उद्देशीय | वे Computer जो सामान्य कम्प्यूटिंग टास्क जैसे – ईमेल भेजना, ब्राउजिंग और वर्ड प्रोसेसिंग इत्यादि कार्य करने में सक्षम होते है। इसका सबसे अच्छा उदाहरण हमारा Desktop है। |
2 | विशिष्ट उद्देशीय | वे Computer जिनका उपयोग कुछ विशेष कम्प्यूटिंग टास्क को करने के लिये किया जाता है। जैसे, Flight simulator जिसका प्रयोग पायलटों को ट्रेनिंग देने के लिये किया जाता है। |
1. सामान्य उद्देशीय कंप्यूटर (General Purpose Computers)
सामान्य उद्देशीय कंप्यूटरों का उपयोग आमतौर पर घरों, स्कूलों और व्यवसायिक केंद्रों में किया जाता है। ये बहुमुखी (Versatile) होते है, जो कई प्रकार के वातावरणों के लिये विभिन्न प्रकार के कार्य कर सकते है।
- ये Computer अलग-अलग सॉफ्टवेयर का उपयोग करके विभिन्न कार्य करते है। जैसे – ईमेल भेजना, डॉक्यूमेंट बनाना, गेम खेलना, वेब ब्राउज करना, स्प्रीडशीट और प्रेजेंटेशन बनाना इत्यादि।
- General Purpose Computers आमतौर पर लागत प्रभावी (cost effective) होते है तथा इन्हें सिंगल यूजर के उपयोग के लिये डिज़ाइन किया गया होता है।
- आज उपयोग होने वाले अधिकांश Computers सामान्य उद्देशीय है। उदाहरण के लिये Personal Computers जैसे: Desktops, Smartphones, Laptop, Tablet और Servers इत्यादि।
2. विशिष्ट उद्देशीय कंप्यूटर (Special Purpose Computers)
एक विशिष्ट उद्देशीय Computer को किसी विशेष कार्य (specific task) को परफॉर्म करने के लिये डिजाइन किया जाता है। चूंकि ये सिंगल टास्क को करने के लिये समर्पित होते है, इसलिए इन्हें समर्पित कंप्यूटर (Dedicated Computers) भी कहा जाता है।
- उस विशिष्ट कार्य को करने के लिये प्रोग्राम अथवा निर्देशो के सेट को पहले से ही Computer में स्टोर कर दिया जाता है।
- Special Purpose Computers सिंगल टास्क को करने में अधिक कुशल (Efficient) होते है और परिणाम उत्तपन करने में कम समय लेते है।
- इन Computers का उपयोग आमतौर पर Traffic light control system, Aircraft navigational system, Weather forecasting और Satellite tracking जैसे विशिष्ट कार्यो में होता है।
2) कार्यपद्धति के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार (Based on Functionality)
कार्यपद्धति के आधार Computer मुख्यतः तीन प्रकार के होते है।
Sr. No. | प्रकार | परिभाषा |
---|---|---|
1 | एनालॉग | वो डिवाइस जिनका उपयोग भौतिक राशियों (Physical quantities) जैसे – Current, Voltage, Pressure और Speed को मापने के लिये किया जाता है। Voltmeter और Speedometer इसके अच्छे उदाहरण है। |
2 | डिजिटल | ऐसे Computer जो डेटा को binary digit (0 या 1) के आधार पर प्रोसेस करते है। उदाहरण के लिये आप Digital calculator को ले सकते है। |
3 | हाइब्रिड | यह Analog व Digital का मिला जुला रूप है। Microsoft Surface एक लोकप्रिय Hybrid Computer है। |
1. Analog Computer
Analog Computer वे होते है, जो निरंतर परिवर्तनशील भौतिक राशियों जैसे – Current, Voltage और Frequency के आधार पर परिणाम व्यक्त करते है। अर्थात इनके द्वारा गणना (Calculation) करने के बजाए मापने (Measuring) का काम किया जाता है। उदाहरण के लिये Thermometer कोई गणना नही करता बल्कि ये हमारे शरीर के तापमान (Temperature) को मापने का काम करता है।
इन कंप्यूटरों का उपयोग मुख्य रूप से वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग अनुप्रयोगों के लिए किया जाता है। क्योंकि इन क्षेत्रों में मात्राओं का अधिक उपयोग होता है। हालांकि ये किसी स्टैंडर्ड नाप के आधार पर परिणाम देते है, जो कि शत-प्रतिशत शुद्ध नही होते बल्कि अनुमानित (estimated) होते है।
2. Digital Computer
Digital Computer वे होते है, जो data को Digital form में प्रोसेस और स्टोर करते है। अर्थात इन कंप्यूटरों में प्रत्येक प्रकार के data को 0s और 1s के संदर्भ में स्टोर किया जाता है। आज के समय Digital Computer सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाता है। इसके सबसे अच्छे उदाहरण IBM PC और Apple Macintosh है। ये सभी डिवाइस data को binary digits (0 या 1) के आधार पर प्रोसेस करते है।
1946 में दुनिया के पहले डिजिटल कंप्यूटर ENIAC (Electronic Numerical Integrator and Computer) को University of Pennsylvania के John Mauchly और J द्वारा विकसित किया गया था।
3. Hybrid Computer
हाइब्रिड, Analog+Digital Computer दोनों का मिलाजुला रूप है। अर्थात इनमे दोनों की समान विशेषताएं होती है। ये एनालॉग सिग्नल को इनपुट के रूप में लेते है और डिजिटल फॉर्म में आउटपुट देते है। Hybrid Computers का उपयोग तार्किक और तकनीकी गणनाओं को हल करने के साथ-साथ समीकरणों में तुलना करके परिणाम प्रदर्शित करने में किया जाता है।
3) आकार और क्षमता के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार (Based on Size & Capability)
आकार और क्षमता के आधार पर Computer के निम्नलिखित प्रकार होते है।
Sr. No. | प्रकार | परिभाषा |
---|---|---|
1 | Super Computer | यह एक बहुत तेज़ होते है, जो प्रति सेकंड करोड़ों निर्देशों को निष्पादित कर सकता है। |
2 | Mainframe Computer | यह एक मल्टी-यूजर Computer प्रणाली है, जिसका उपयोग किसी बड़े संगठन में एक केंद्रीय कंप्यूटर के रूप में किया जाता है। |
3 | Minicomputer | ये भी मल्टी-यूज़र माहौल के लिए डिजाइन किये गए है लेकिन ये मेनफ्रेम से छोटे होते है। |
4 | Microcomputer | यह एक सिंगल-यूजर सिस्टम है, जिनका प्रयोग हम अपने जीवन में सबसे ज्यादा करते है। Personal Computer इसका एक उदाहरण है। |
5 | Workstation | मिनी-कंप्यूटर के समान यह भी एक सिंगल-यूजर सिस्टम है, हालाँकि इसका माइक्रोप्रोसेसर अधिक शक्तिशाली होता है। |
1. Super Computer
ये आकार में सबसे बड़े, फास्ट और पॉवरफुल Computer होते है। इस तरह के कंप्यूटरों का उपयोग जटिल गणनाएं (Complex Calculations) करने के लिये किया जाता है। समान्यतः Supercomputer को Weather forecasting, Nuclear energy research, Missile launching और Petroleum exploration जैसे क्षेत्रों में इस्तेमाल किया जाता है।
सभी Computers में प्रोसेसिंग स्पीड और मल्टी-प्रोसेसिंग तकनीक के मामले में Supercomputer सबसे Fastest machine है। ये किसी समस्या को हल करने के लिये कई CPU का उपयोग करता है। एक Personal Computer की तुलना में बेहद महंगे होते है। Supercomputer की स्पीड को Flops (Floating Point Operations Per Second) में मापा जाता है। इसके कुछ उदाहरण HITAC S-300, Jaguar और PARAM है।
RIKEN और Fujitsu द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया, जापान का फुगाकू (Fugaku) दुनिया में सबसे फास्टेस्ट Supercomputer है।
2. Mainframe Computer
Supercomputers के बाद सबसे बड़े आकार के Mainframe Computer होते है। इनका मुख्य उपयोग किसी बड़े संगठन में एक केंद्रीय कंप्यूटर (Centralized Computer) के रूप में किया जाता है। अर्थात मेनफ्रेम को Multi-user environment के लिये डिज़ाइन किया गया है। जिसके कारण एक बार मे 100 से भी ज्यादा यूजर इसका प्रयोग कर सकते है।
Mainframe में डाटा स्टोर करने के लिये एक विशाल स्टोरेज स्पेस होता है। इसके अलावा एक लार्ज मेमोरी और हजारों Microprocessor शामिल होते है। इन Computers में डाटा इनपुट करने और आउटपुट प्राप्त करने के लिये Minicomputers का इस्तेमाल किया जाता है, जिन्हें फ्रंट एंड फीडर (Front and Feeder) कहते है। मेनफ्रेम की डाटा स्थानांतरण दर (Data transfer rate) 10 लाख बाइट प्रति सेकंड है। इनकी कीमत 1 करोड़ से 10 करोड़ रुपयों तक हो सकती है।
3. Mini Computer
मिनी एक Mid-range Computers है। ये मेनफ्रेम से छोटा और माइक्रो-कंप्यूटर से बढ़ा होता है। Minicomputers को भी मल्टी-यूजर माहौल के लिये डिजाइन किया गया है। हालांकि एक समय मे इसका उपयोग कम यूजर्स कर सकते है। ये Mainframe और Super Computer की तुलना में कम लेकिन Minicomputers से कही गुना अधिक पॉवरफुल होते है।
मध्यस्तर कि ज्यादातर कंपनिया इन Computers को उपयोग में लेती है, क्योंकि सभी कर्मचारियों के लिये अलग-अलग Microcomputers खरीदने से खर्च बढ़ सकता है। जबकि इससे कई संसाधनों का सांझा प्रयोग किया जा सकता है। पहला Minicomputer PDA-1 सन 1959 में डिजिटल इक्विपमेंट कॉर्पोरेशन (DEC) ने बनाया था। उस समय के कम्प्यूटरों में ये सबसे सस्ता और आकार में छोटा था।
4. Micro Computer
इन्हें Personal Computer के नाम से भी जानते है। ये सामान्य उद्देशीय होते है, जिनको व्यक्तिगत उपयोग के लिये डिजाइन किया गया है। ये आकार में सबसे छोटे होते है और इनकी कीमत एक आम व्यक्ति के बजट में होती है। Microcomputers एक Single-User System होते है, जिन्हें आमतौर पर पर्सनल कार्यो के लिये प्रयोग में लिया जाता है। इनका उपयोग कर आप पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन बना सकते है, डॉक्यूमेंट बना कर प्रिंट निकाल सकते है, इंटरनेट उपयोग कर सकते है, इसके अलावा ऑफिस के दूसरे कार्य भी कर सकते है।
इनमें CPU के रूप में एक Microprocessor, एक Memory unit और Input/Output Devices मौजूद होते है। 1981 में कम्प्यूटरों की सबसे बड़ी निर्माता कंपनी IBM ने पहला Minicomputer जारी किया था जिसे PC नाम दिया गया। इसके बाद क्रमशः PCXT और PCAT मॉडल लाये गए।
नीचे बताये गयी डिवाइस Microcomputers की श्रेणी में आते है।
- Desktop: एक पर्सनल या माइक्रो-मिनी Computer जो एक डेस्क पर फिट होने के लिये पर्याप्त है।
- Laptop: ये एक Portable Computer है, जो एकीकृत स्क्रीन, कीबोर्ड और टचपैड के साथ आते है। आकार में छोटे और वजन में हल्के होते है जिसके कारण इन्हें आप कभी ले जा सकते है।
- Palmtop: इसे Handheld PC कहते है जो बैटरी से चलता है। इसका आकार इतना छोटा होता है कि इसे आप हाथ मे पकड़ सकते है। इसे PDA (Personal Digital Assistant) भी कहते है।
- Tablet: यह एक Touchscreen device है जिसका साइज लैपटॉप से छोटा मोबाइल फोन से बड़ा होता है।
- Smartphone: एक मोबाइल फोन जो Computer के कई कार्य करता है, जिसमे आमतौर पर टचस्क्रीन इंटेरफस होता है।
5. Workstation
Workstation व Microcomputer लगभग आकार और दिखने में एक जैसे ही होते है। लेकिन Workstation इनकी तुलना में अधिक पॉवरफुल होते है। इस प्रकार के Computers का उपयोग कुछ विशेष जटिल कार्यो को पूरा करने के लिए किया जाता है। जैसे Animation, Scientific research, Engineering इत्यादि।
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